❝ बैठा हूँ आज तन्हाई में, ज़िंदगी की शायरी पढ़ने को… ❞
कभी कुछ अशआर दिल से निकलते हैं,
तो कभी ज़िंदगी की खामोशी खुद बयां करती है।
Urdu Shayari in Hindi में वो जादू है जो
दिल को छू लेता है, रूह को सुकून देता है।
Zindagi Urdu Shayari in Hindi – दिल से निकली 20 शायरी
1.
ज़िंदगी से शिकवा नहीं कोई अब,
बस कुछ अधूरे ख्वाब रह गए हैं।
2.
राहें बदलती गईं, हम भी चलते गए,
ज़िंदगी हमें हर मोड़ पर कुछ नया सिखाती गई।
3.
हर चेहरे पे मुस्कान नहीं होती,
ज़िंदगी हर किसी के लिए आसान नहीं होती।
4.
वो किताब-ए-उम्र का सबसे हसीन सफ़ा था,
जब तेरे नाम से मेरी ज़िंदगी लिखा करता था।
5.
ज़िंदगी का असली मतलब तब समझ आया,
जब अपनों की ख़ामोशी ने जवाब दिया।
6.
वक़्त ने बहुत कुछ छीन लिया हमसे,
पर ज़िंदगी जीने की वजहें अब भी बाकी हैं।
7.
हर शाम ढल जाती है किसी ना किसी ग़म के साथ,
ज़िंदगी मुस्कुराती है फिर भी हर दम के साथ।
8.
उलझे हैं ख्वाबों में, उलझी सी ये ज़िंदगी है,
हर सवाल के पीछे एक अधूरी सी बंदगी है।
9.
ज़िंदगी की तन्हाईयाँ बयां नहीं होतीं,
हर मुस्कान के पीछे कहानियाँ होती हैं।
10.
कभी यूँ भी लगा, ज़िंदगी थम सी गई,
फिर किसी याद ने आकर सब कुछ जगा दिया।

11.
यूँ तो लिखा बहुत कुछ है किस्मत में,
पर तेरा नाम ही ज़िंदगी बन गया।
12.
तू मिला तो ज़िंदगी महक उठी,
वरना हर साँस बोझ लगती थी।
13.
हर रोज़ जीते हैं, हर रोज़ मरते हैं,
इसी को शायद लोग ज़िंदगी कहते हैं।
14.
जो गुजर गया वो लम्हा नहीं लौटेगा,
ज़िंदगी फिर भी नई सुबह के साथ मुस्कुराएगी।
15.
तन्हा रातों में जब नींद नहीं आती,
तो ज़िंदगी की शायरी दिल को सुला जाती है।
16.
ज़िंदगी एक खुली किताब सी लगती है,
हर कोई पढ़ता है, पर समझता कोई नहीं।
17.
चलो फिर से मुस्कुराते हैं,
ज़िंदगी को नए सिरे से अपनाते हैं।
18.
हसीन लम्हों का क्या करना,
जब ज़िंदगी ही नाराज़ हो जाए।
19.
वो जो ख्वाब थे कभी आंखों में,
अब ज़िंदगी की हकीकत बन बैठे हैं।
20.
खुद से प्यार करना भी एक फन है,
ज़िंदगी को समझने की ये पहली सीढ़ी है।
कुछ लफ्ज़ अंत में…
Urdu Shayari in Hindi सिर्फ अल्फ़ाज़ नहीं,
बल्कि वो एहसास हैं जो ज़िंदगी की धड़कनों को
लफ़्ज़ों में ढाल देते हैं।
जब आप अकेले बैठते हैं और इन शायरी को पढ़ते हैं,
तो हर एक शेर आपका आईना बन जाता है।