15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। इस खास मौके पर हम लाए हैं दिल छू लेने वाली 15 August Shayri और 15 August Shayri in Hindi, जो देशभक्ति की भावना को शब्दों में पिरोती हैं। पढ़ें और भावनाओं से जुड़ें।
1.
लहराए तिरंगा ऊँचा, हर गली-मोहल्ले में,
याद रखें वो कुर्बानियाँ, जो लिपटी थीं कफ़न में।
2.
खून देकर जो मिली है ये आज़ादी हमें,
उसकी हिफाज़त करना हर जन की जिम्मेदारी है।
3.
15 अगस्त का दिन है आया,
हर दिल ने आज ये गीत गाया।
वतन पे जो मिटे थे वीर,
उनको शत-शत नमन हमारा प्यारा।
4.
नफ़रत को मिटा कर एकता का संदेश दो,
देशभक्ति में डूबे दिल से स्वतंत्रता दिवस दो।
5.
तिरंगे की शान में डूबे हम,
आज़ादी के जश्न में झूमे हम।
जय हिंद का नारा गूंजे सदा,
देशप्रेम हो जीवन की दवा।
6.
जिन्होंने दी थी जान वतन की खातिर,
उन शहीदों को शत-शत नमन।
तिरंगे के आगे झुके हमारा सर,
भारत माता को कोटि-कोटि वंदन।
7
ना पूछो जमाने से, क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम हिंदुस्तानी हैं।
8.
सांसें हो रही हैं आज़ाद,
धड़कनों में बज रहा है वंदे मातरम्।
9.
हर एक कतरा लहू का बोल रहा है,
“मैं भी भारत माँ पर कुर्बान हो चला हूँ।”

10.
धरती सुनहरी, अंबर नीला,
हर मौसम प्यारा है,
ऐ देशवासी! ये सोचना,
क्या हमको ये प्यारा वतन कितना न्यारा है।
11.
आजादी की कभी शाम न होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम न होने देंगे।
बची हो जो एक बूँद भी गरम लहू की,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम न होने देंगे।
12.
वीरों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पर मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा।
13.
न शहीदों की मिटेगी कभी निशानी,
दिलों में बसी है उनकी कहानी।
14.
आजादी के दिन का है त्यौहार,
हर कोई बोले – वन्दे मातरम् बारम्बार।
15.
गूंज रहा है देशभक्ति का नगमा,
हर दिल में वतन बसा है अपना।
16.
वो आज फिर याद आए हमें,
जो फांसी पे झूल गए भारत के लिए।
17.
मिट्टी की खुशबू, हवा में ताजगी,
आज तिरंगा बोला – देखो मेरी आज़ादी।
18.
ना जात पे, ना पात पे,
हमें तो गर्व है अपने तिरंगे की बात पे।
19.
धरा पे लहराया तिरंगा सजा के,
चल पड़े वीर अपनी जान हथेली पे ले के।
20.
15 अगस्त का दिन है प्यारा,
लहराए तिरंगा हर बार, हर बारा।
याद करें बलिदान सभी,
जो भारत को कर गए सितारा।
एक पैरा देशभक्ति पर:
15 अगस्त केवल एक दिन नहीं है, ये हमारी आज़ादी की कहानी, त्याग की पहचान, और देश के लिए मर-मिटने वाले शहीदों की अमर गाथा है। इस दिन हम न सिर्फ़ तिरंगा लहराते हैं, बल्कि अपने भीतर देशप्रेम की भावना को जगाते हैं। चलिए, मिलकर संकल्प लें कि हम अपने भारत को और बेहतर, और मजबूत बनाएंगे जहाँ हर नागरिक गर्व से कहे, “मैं हिंदुस्तानी हूँ!”